Ramkesh meena case । रामकेश मीणा केस। (रामकेश की खौफनाक हत्या की योजना)

0 Aman Pathak

रामकेश मीणा केस। (रामकेश की खौफनाक हत्या की योजना)

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परिचय:

मई 2025, दिल्ली के तारपुर इलाके के गांधी विहार में E6 बिल्डिंग के चौथे माले पर एक छोटा सा फ्लैट। यहीं रहता था 32 साल का रामकेश मीणा, जो राजस्थान से आकर दिल्ली में यूपीएससी की तैयारी कर रहा था। उसकी जिंदगी में एक मोड़ तब आया जब नोएडा में एक रिसेप्शनिस्ट के जॉब इंटरव्यू के दौरान उसकी मुलाकात 21 साल की अमृता चौहान से हुई।  यह मुलाकात एक रिश्ते में बदल गई। और दोनों एक साथ लिविंग में रहते थे, लेकिन किसे पता था कि यही रिश्ता एक दिन रामकेश की मौत का कारण बन जाएगा। 






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रामकेश और अमृता की प्यार से नफरत तक  कहानी: 

रामकेश और अमृता की मुलाकात एक इंटरव्यू के दौरान हुई। दोनों ने बातचीत शुरू की, और जल्द ही वे एक-दूसरे के करीब आ गए। अमृता, जो मुरादाबाद से थी और फॉरेंसिक साइंस की छात्रा थी, ने रामकेश के साथ रहना शुरू कर दिया। रामकेश को लगता था कि अमृता के आने से उसकी जिंदगी में एक सकारात्मक बदलाव आया है। लेकिन अमृता की जिंदगी पहले से ही उथल-पुथल से भरी हुई थी। जुलाई 2024 में, उसके माता-पिता ने उसे सार्वजनिक रूप से डिसओन कर दिया था, जिससे वह भावनात्मक रूप से टूट चुकी थी।

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रिश्ते में दरार और प्राइवेट वीडियो

जून-जुलाई 2025 के आसपास, रामकेश और अमृता के रिश्ते में दरार आने लगी। अमृता को शक था कि रामकेश उनके निजी पलों को रिकॉर्ड कर रहा है। एक दिन, जब रामकेश घर पर नहीं था, अमृता ने उसके लैपटॉप और हार्ड डिस्क की जांच की। वहां उसे अपने और 15 अन्य लड़कियों के निजी वीडियो मिले। यह देखकर अमृता सदमे में आ गई। उसने रामकेश से वीडियो डिलीट करने को कहा, लेकिन रामकेश ने ये बोल कर मना कर दिया कि ये हमारी यादें है। इसके बाद अमृता ने रामकेश का साथ छोड़ दिया और मुरादाबाद चली गई।

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बदला लेने की साजिश

अमृता ने अपने एक्स-बॉयफ्रेंड सुमित कश्यप से संपर्क किया, जो मुरादाबाद में एलपीजी गैस डिस्ट्रीब्यूटर था। उसने सुमित को सारी बातें बताईं। सुमित ने अमृता के गुस्से और जलन को भड़काया और उसे बदला लेने के लिए प्रेरित किया। दोनों ने मिलकर संदीप कुमार नाम के एक तीसरे साथी को शामिल किया, जो एसएससी सीजीएल (SSC CGL) की तैयारी कर रहा था। तीनों ने मिलकर रामकेश को सबक सिखाने की योजना बनाई।

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रामकेश की खौफनाक हत्या की योजना

अमृता ने अपनी फॉरेंसिक साइंस की नॉलेज का इस्तेमाल करते हुए एक सुनियोजित हत्या की योजना बनाई। योजना के मुताबिक, रामकेश की हत्या करने के बाद उसकी बॉडी पर घी, तेल और शराब छिड़ककर आग लगा दी जाएगी। सिलेंडर का वाल्व खोल दिया जाएगा, ताकि ऐसा लगे कि गैस लीक के कारण एक्सीडेंट हुआ है। इस दौरान, रामकेश के लैपटॉप, हार्ड डिस्क और मोबाइल फोन भी चुरा लिए जाएंगे, ताकि सबूत मिट जाएं।

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5 अक्टूबर 2025 की रात 

5 अक्टूबर 2025 की रात, अमृता ने रामकेश को मिलने का मैसेज भेजा। वह सुमित और संदीप के साथ दिल्ली पहुंची। रात करीब 2 बजे, तीनों E6 बिल्डिंग के चौथे माले पर पहुंचे। रामकेश के दरवाजे खोलते ही सुमित और संदीप ने उस पर हमला कर दिया और उसकी हत्या कर दी। और उसे एक कुर्सी में बांध दिया और वीडियो को डिलीट करने के लिए कहने लगे। पर रामकेश ने विडियो डिलीट करने से मना कर दिया, तो संदीप ने फोन चार्जर के तार से उसके गले को दबाया। और इसके बाद, बॉडी पर घी, तेल और शराब छिड़की गई। सिलेंडर का वाल्व खोल दिया गया और आग लगा दी गई। तीनों ने रामकेश का लैपटॉप, हार्ड डिस्क और मोबाइल फोन चुराकर फरार हो गए।

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पुलिस की जांच से सच का खुलासा

शुरुआत में पुलिस ने इसे सिलेंडर ब्लास्ट का केस माना, रामकेश के घर वालों को शक होने की वजह से उन्होंने इसे हत्या बताई और उसकी जाँच होने लगी और कुछ ही दिनों में जांच ने एक नया मोड़ लिया। फॉरेंसिक रिपोर्ट में बॉडी पर तेल और शराब के निशान मिले। सीसीटीवी फुटेज में तीन लोगों को बिल्डिंग में घुसते और निकलते देखा गया। अमृता की कॉल डिटेल रिकॉर्ड से पता चला कि वह उस रात दिल्ली में थी। 17 अक्टूबर को पुलिस ने अमृता को गिरफ्तार किया। पूछताछ में उसने अपना जुर्म कबूल किया और सुमित व संदीप के बारे में जानकारी दी। और 21 अक्टूबर को संदीप और 23 अक्टूबर को मुरादाबाद से गिरफ्तार किया गया।

पुलिस जांच से पता चला है कि रामकेश के उस हार्ड डिस्क में 15 और लड़कियों के प्राइवेट वीडियो मिले हैं। जिसे उनकी सहमति से या बिना सहमति से बनाया गया होगा। 

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एक सबक

यह केस साबित करता है कि गलत संगति और बदले की भावना किस तरह जिंदगी बर्बाद कर सकती है। अमृता, जो फॉरेंसिक साइंस की होनहार छात्रा थी, ने अपनी नॉलेज का इस्तेमाल एक सुनियोजित हत्या के लिए किया। रामकेश की हत्या न सिर्फ एक व्यक्ति की जिंदगी का अंत है, बल्कि समाज के लिए एक चेतावनी भी है कि भावनात्मक उथल-पुथल और गुस्से में लिए गए फैसले जिंदगी को कितना नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसलिए कुछ भी करने से पहले उसके परिणाम के बारे सोच लेना चाहिए इसका परिणाम क्या होगा। 

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Disclaimer : 

यह ब्लॉग वास्तविक घटनाओं पर आधारित है, लेकिन पाठकों को सलाह दी जाती है कि ऐसी स्थितियों में कानूनी मदद लें और हिंसा से दूर रहें। 







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